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अपना मूलांक, भाग्यांक तथा नामांक कैसे पता करें ?

Updated: Apr 25, 2021

Moolank, Bhagyank, Namank
Astro Guruji Gaurav Singh

मैंने अपने अनुभव में अक्सर देखा है की कुछ लोगों को अपना जन्म का समय या तो बिलकुल ही पता नहीं होता अथवा ठीक से पता नहीं होता तो ऐसे लोगों की कुंडली बनाना अत्यंत कठिन होता है तथा कभी-कभी असंभव होता है। ऐसी स्थिति में क्या किया जाये? व्यक्ति के बारे में फलादेश कैसे बताया जाये? तब अंक शास्त्र की सहायता ली जाती है, आज मैं आपके साथ चर्चा करूँगा की आप अपनी जन्मतिथि (डेट ऑफ़ बर्थ) से अपना मूलांक तथा भाग्यांक कैसे निकाल सकते हैं तथा अपने नाम की वर्तनी (स्पेलिंग) से अपना नामांक कैसे निकाल सकते हैं।

सबसे पहले मैं आपको अंक शास्त्र के मूल तत्वों से अवगत करा देता हूँ, ज्योतिष शास्त्र की ही तरह अंक शास्त्र में भी 9 ग्रह ही माने गए हैं तथा उनका स्वभाव भी ज्योतिष शास्त्र में वर्णित ग्रहों के स्वाभाव की ही तरह माना गया है। अंक शास्त्र के अनुसार पहला अंक अर्थात एक नंबर सूर्य का होता है, इसी तरह दो नंबर चंद्र का, तीन नंबर गुरु का, चार नंबर राहु का, पांच नंबर बुध का, छह नंबर शुक्र का, सात नंबर केतू का, आठ नंबर शनि का तथा नौ नंबर मंगल का होता है।

मूलांक: जैसा की हम सभी जानते हैं कि हमारी जन्मतिथि में तीन भाग होते हैं, दिन, माह तथा वर्ष, जिस भी दिन आपका जन्म हुआ हो उस दिन के अंकों के जोड़ को मूलांक कहते हैं, यदि आपका जन्म 10 से 31 के मध्य किसी तारिख को हुआ हो तो उन दोनों अंकों को आपस में तब तक जोड़ें जब तक एकल अंक ना रह जाये। उदाहरण के तौर पर मान लीजिये आपका जन्म 29/12/1985 को हुआ है तो आपका मूलांक होगा 2 तथा 9 को जोड़ने पर 11 बनेगा तथा 1 तथा 1 को जोड़ने पर 2 बनेगा अर्थात आपका मूलांक बनेगा 2 !!

भाग्यांक: अपनी जन्मतिथि से भाग्यांक निकालने के लिए आपको अपनी पूरी जन्मतिथि के अंकों को आपस में तब तक जोड़ना होगा जब तक की एकल अंक ना रह जाये। 29/12/1985 वाले उदहारण में जन्म के दिन का जोड़ बना 2, जन्म के माह का जोड़ बना 3 तथा जन्म के वर्ष का जोड़ बना 5 तथा अब इन तीनो को आपस में जोड़ने पर आपका भाग्यांक बनेगा 1 !!

नामांक: अब बात करते हैं की नामांक कैसे निकला जाये, आपके पूरे नाम की वर्तनी जो की A से Z तक के वर्णाक्षरों से मिलकर बनती है, उनके सम्बंधित पूर्व निर्धारित अंकों के जोड़ से भी एक अंक बनता है जिसे नामांक कहते हैं तथा ये नामांक भी आपके जीवन में बहुत महत्वपूर्ण होता है। अपना नामांक निकालने के लिए अपने पूरे नाम के वर्णाक्षरों के पूर्व निर्धारित अंकों को आपस में तब तक जोड़िये जब तक की एकल अंक ना प्राप्त हो जाये। वर्णाक्षरों के अंक इस तरह से निर्धारित हैं A, B, C, D, E, F, G, H, तथा I के अंक हैं 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, तथा 9 फिर J, K, L, M, N, O, P, Q तथा R के अंक हैं 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, तथा 9 फिर S, T, U, V, W, X, Y, तथा Z के अंक हैं 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, तथा 8

उदाहरण के तौर पर यदि आपका नाम शिवकांत त्रिपाठी हो तो S, H, I, V, K ,A ,N ,T, तथा T, R, I, P, A, T, H, I के सभी अंकों का जोड़ अर्थात नामांक बनेगा 7 !!

प्रिय पाठको, मेरे पोस्ट पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद। यदि आपको मेरे लेख पसंद आ रहे हैं तो कृपया Like (♡) करके तथा ज्यादा से ज्यादा Share करके मेरा उत्साह वर्धन कीजियेगा जिससे कि मैं भविष्य में आपके साथ और अधिक ज्योतिष सम्बंधित जानकारी साझा कर सकूँ।

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