कुंडली में दुर्धरा योग क्या होता है, तथा आपको किस प्रकार से प्रभावित करता है?
अधिकांश जातकों की कुण्डली में देखा गया है कि विभिन्न ग्रहों द्वारा निर्मित कई शुभ तथा अशुभ योग बनते हैं। इनमें से कुछ अशुभ योग कम हानि....
अधिकांश जातकों की कुण्डली में देखा गया है कि विभिन्न ग्रहों द्वारा निर्मित कई शुभ तथा अशुभ योग बनते हैं। इनमें से कुछ अशुभ योग कम हानि....
आज हम जानेंगे कि कुंडली में अनफा तथा सुनफा योग क्या होते हैं तथा ये योग हमें किस तरह से प्रभावित करते हैं। अनफा तथा सुनफा योग, चंद्रमा...
केमद्रुम योग, चंद्रमा द्वारा गठित सबसे महत्वपूर्ण योगों में से एक है। वराहमिहिर के अनुसार, यह योग तब बनता है जब कुंडली में चंद्रमा से आगे...
पंच महापुरुष योग का ज्योतिष में बहुत महत्वपूर्ण स्थान है, ये 5 योग हैं रूचक, भद्र, हंस, मालव्य तथा शश, जो क्रमशः मंगल, बुध, गुरु....
वैसे तो किसी भी व्यक्ति की कुंडली उसके बारे में लगभग सभी बातें बताने में सक्षम होती हैं परन्तु संभवतः आप में से अधिकाँश लोग ये नहीं जानते...
जब भी हम किसी भी बात को लेकर ज़रूरत से ज्यादा चिंतित होने लगते हैं तब टेंशन, डिप्रेशन बढ़ने लगता है और अंततः स्ट्रेस का रूप ले लेता है..
शनि एक ऐसा नाम है जिसे पढ़ते-सुनते ही लोगों के मन में अजीब सा भय उत्पन्न हो जाता है। ऐसा माना गया है कि शनि की कुदृष्टि जिस पर....
अधिकाँश ऐसा देखने में आता है की सभी देवी–देवताओं की पूजा–अर्चना करने के बाद भी व्यक्ति का मन हमेशा भटकता ही रहता है, व्यक्ति के मन्न में....
हमारे सौर मंडल में कुल 12 राशियां होती हैं तथा 9 ग्रह होते हैं तथा प्रत्येक ग्रह की 1 अथवा 2 राशियां होती हैं | सूर्य तथा चंद्र की....
ज्योतिष मे सुप्त ग्रह यानी सोया हुआ ग्रह उसे कहते हैं जो पूर्ण फल ना दे रहा हो | जब किसी भाव मे कोई ग्रह हो तथा उसके ठीक सामने वाले भाव..
जब कभी भी ऐसा संयोग बनता है कि जातक की कुंडली मे बचे हुए 7 ग्रह यदि राहु और केतु के बीच आ जाते हैं तो उसे कालसर्प दोष अथवा कालसाप योग कहा...
यदि आप ये जानने के लिए उत्सुक हैं कि पढाई लिखाई को कुंडली के कौनसे भाव अथवा घरों से देखा जाता है तो आप बिलकुल सही जगह पहुंचे..
हम में से हर एक इंसान बेहतर जीवन के लिए प्रयासरत रहता है। हम सभी को एक ऐसे जीवन की तलाश रहती हैं जिसमे खुशी, हर्ष तथा विकस का उत्तम संतुलन..
नास्त्रेदमस और विलियम लिली के नाम इतिहास में कुछ सर्वश्रेष्ठ ज्योतिषियों के रूप में प्रख्यात हैं जिन्होंने सितारों पर आधारित घटनाओं....
16. विशाखा (20° तुला - 3°20' वृश्चिक) - विशाखा नक्षत्र के स्वामी बृहस्पति ग्रह होते हैं तथा ये इन्द्र तथा अग्निदेव का प्रतिनिधित्व करता है..
अभी तक हमने पहले 6 नक्षत्रो के बारे में जाना, अब उसके आगे - 7. पुनर्वसु (20° मिथुन - 3°20' कर्क) - पुनर्वसु नक्षत्र के स्वामी बृहस्पति...
मैं आज आपको बहुत ही सरल तरीके से ज्योतिष सिखाने जा रहा हूँ, इसे ठीक से समझने के बाद आप किसी भी कुंडली का विश्लेषण कर पाएंगे |
ज्योतिष विज्ञान में वर्णित बहुत से योगो में से राशि–परिवर्तन योग एक बहुत ही महत्वपूर्ण और जातक के भविष्य फल पर गहरा प्रभाव डालने वाला योग है
शनि देव वैसे तो न्याय के देवता हैं परन्तु जब इनकी साढ़े साती शुरू होती है तो ये जातक के लिए बहुत सारी समस्याएं लेकर आती है |
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आपकी कुंडली का 10वा भाव आपका करियर / प्रोफेशन बताता है | दशमेश अर्थात 10वे भाव के स्वामी