top of page

चन्द्र ग्रहण मे ये करने से बन जाएँगे सौभाग्यशाली !!

Chandra Grahan Astro Guruji Gaurav Singh

कोरोना संकट के चलते जून माह में एक साथ 2 ग्रहण लगने जा रहे हैं। इस महीने में चंद्र तथा सूर्य दोनों ही ग्रहण लगने वाले हैं। एक ग्रहण महीने की शुरुआत में तो वहीं दूसरा महीने के अंत में लगने वाला है। 5 जून को चंद्रग्रहण लगेगा तथा इसके बाद 21 जून को सूर्यग्रहण लगेगा। आज हम चन्द्रग्रहण की बात करेंगे, सूर्यग्रहण की बात किसी और दिन करेंगे | ग्रहण एक खगोलिय घटना है, जब सूर्य, पृथ्वी तथा चंद्रमा एक सीधी रेखा में संरेखित होते हैं तो हम पृथ्वी की स्थिति के आधार पर सूर्यग्रहण अथवा चंद्रग्रहण देख पाते हैं। जब पृथ्वी सूर्य तथा चंद्रमा के बीच आ जाती है उस समय चंद्र ग्रहण लगता है । 5 जून को होने वाला चंद्रग्रहण उपछाया चंद्रग्रहण होगा। इसका अर्थ है कि चंद्रमा, पृथ्वी की हल्की सी छाया से होकर गुजरेगा।

5 जून को ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा पड़ रही है। इस दिन लगने वाला चंद्रग्रहण 3 घंटे तथा 18 मिनट का होगा। यह चंद्रग्रहण 5 जून को रात को 11.15 पर शुरू होगा तथा 6 जून को सुबह के 12.54 तक अपने अधिकतम ग्रहण पर पहुंच जाएगा, उसके पश्चात 6 जून को सुबह 2.34 पर समाप्त हो जाएगा। एशिया, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका के लोग इस ग्रहण को देख पाएँगे। हालांकि, उपछाया चंद्रग्रहण होने के कारण लोगों के बीच सामान्य चंद्रमा और ग्रहण वाले चंद्रमा के बीच अंतर कर पाना कठिन होगा। इस ग्रहण को पूरे भारत में देखा जा सकेगा परंतु इस ग्रहण के दौरान चंद्रमा कहीं से कटेगा नहीं यानी चंद्रमा के आकार में कोई परिवर्तन नहीं आएगा। यह अपने पूर्ण आकार में आसमान में विचरण करते नजर आएंगे। इस ग्रहण के दौरान चंद्रमा कुछ मटमैला सा दिखेगा। इसकी वजह यह है कि यह वास्तविक चंद्रग्रहण नहीं है, बल्कि एक उपछाया चंद्रग्रहण है।

चन्द्र तथा सूर्य ग्रहण ज्योतिषीय दृष्टिकोण से बहुत विशेष होते हैं | ऋषि-मुनि, साधक तथा तांत्रिक सिद्धियाँ प्राप्त करने के लिए इन अवसरों का भरपूर लाभ उठाते हैं | आप भी चाहें तो अपने चन्द्र तथा सूर्य को बलवान बनाने के लिए तथा उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए इन विशेष अवसरों पर कुछ विशेष काम करके लाभ उठा सकते हैं | अब मैं आपको बताऊँगा की 5 जून को लगने वाले चंद्रग्रहण का लाभ उठाकर सौभाग्यशाली बनने के लिए आपको क्या करना है | आप चिंता मत कीजिए मैं आपको कोई कठिन या जोखिम भरे कार्य करने के लिए नही कहूँगा | बस आप मेरे साथ बने रहिए क्यूंकी मैं आपको अब जो बताने जा रहा हूँ उसका उपयोग आप पूरे जीवन चंद्रदेवता के अच्छे फल प्राप्त करने के लिए कर सकते हैं |

चंद्र ग्रहण के समय क्या करना है ये जानने से पहले हमें ये जान लेना चाहिए की हमें अपने चन्द्र को बलवान बनाना ही क्यू है ? क्यू करें हम ये कार्य ? जैसा की मैने अपने पहले के वीडियो मे भी बताया है चंद्र देवता तरल धन के स्वामी हैं, माता के कारक हैं, मन्न के कारक हैं, भावनाओं के कारक हैं, सहज ग्यान के कारक है, याददाश्त के कारक हैं, तथा हृद्य, खून, किड्नी व बाँयी आँख के कारक है | आप समझ ही रहे होंगे की चंद्र को बलवान बनाने से तरल धन अथवा रोज़मर्रा के खर्चे के धन मे कमी नही रहेगी, माता का सुख मिलेगा, मन्न स्वस्थ रहेगा तथा अच्छे भाव मन्न मे आएँगे, सहज ग्यान बढ़ेगा, याददाश्त अच्छी रहेगी, हृद्य, खून किड्नी तथा बाँयी आँख की समस्या नही आएगी, तथा ये सब सही रहा तो आपकी किस्मत ही चमक जाएगी तथा आप सौभाग्यशाली बन जाएँगे |

चलिए अब मैं आपको बताता हूँ की आपको चंद्र ग्रहण के दौरान करना क्या है | चंद्र के स्वामी हैं शिवजी तो आपको इस अवसर पर चंद्र अथवा शिवजी को प्रसन्न करना है | शिवजी भोलेनाथ हैं, बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं | आप चाहें तो चंद्र के मंत्र "ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रमसे नम:" अथवा "ॐ सों सोमाय नम:" का जाप कर सकते हैं अथवा शिवजी के मंत्र "ॐ त्र्यम्‍बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्‍धनान् मृत्‍योर्मुक्षीय मामृतात्" अथवा "ॐ नम: शिवाय" का जाप कर सकते हैं | जाप कितनी बार करना है ? जितनी ज़्यादा बार आप कर सकें - 1माला, 5माला, 9माला अथवा अधिक | ये मंतोच्चारण करने से पहले तथा बाद मे स्नान अवश्य कर लें |

प्रिय पाठको, मेरे पोस्ट पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद | यदि आपको मेरे लेख पसंद आ रहे हैं तो कृपया Like (♡) करके तथा ज्यादा से ज्यादा Share करके मेरा उत्साह वर्धन कीजियेगा जिससे कि मैं भविष्य में आपके साथ और अधिक ज्योतिष सम्बंधित जानकारी साझा कर सकूँ |


Comments


Post: Blog2_Post
bottom of page