जानिए कौनसा रुद्राक्ष आपके लिए कैसे फायदेमंद है ?
- Jyotishacharya Gaurav Singh
- May 1, 2020
- 5 min read
जानिए कौनसा रुद्राक्ष आपके लिए कैसे फायदेमंद है ?

रुद्राक्ष क्या है ? रुद्राक्ष को पौराणिक समय से ही भगवान शिव द्वारा उत्पन्न दिव्य रत्न मन गया है। रुद्राक्ष एक विशेष पेड़ का फल होता है जिसे महान धार्मिक महत्व के एक तत्व के रूप में देखा जाता है तथा जिसे धारण करके आप अपनी कुंडली के पाप ग्रहों और अपने आस पास फैली हुई नकारात्मक ऊर्जा के दुष्प्रभाव को नियंत्रित कर सकते हैं। इस तरह आप अपने जीवन में अच्छे भाग्य, मन्न की शांति, उत्तम स्वास्थ्य तथा सफलता को प्राप्त कर सकते हैं। रुद्राक्ष में शक्तिशाली उपचारात्मक शक्ति भी विद्यमान होती है जो कि आपके स्वास्थ्य में सुधार लाती है तथा ब्रह्मांडीय ऊर्जा के नकारात्मक प्रभावों को ख़त्म कर सकारात्मक प्रभावों का विस्तार करती है |
ब्रह्माण्ड में उपस्थित सभी ग्रहो का प्रतिनिधित्व कोई न कोई रुद्राक्ष अवश्य करता है | एक से लेकर चौदा मुखी तक रुद्राक्ष होते हैं तथा दो विशेष रुद्राक्ष होते हैं जिन्हे गणेश तथा गौरी शंकर रुद्राक्ष कहते हैं | कुंडली में उपस्थित ग्रह-गोचर के कारण होने वाली किसी भी परेशानी का समाधान उपयुक्त सिद्ध रुद्राक्ष को धारण करके किया जा सकता है। रुद्राक्ष तनाव संबंधी कष्टों को ख़त्म करने में विशेष रूप से हितकारी माना गया है। रुद्राक्ष में करीब करीब सभी बीमारियों का उपचार करने की क्षमता होती है, बस ध्यान रखने वाली बात ये है कि आपने सही रुद्राक्ष धारण किया है अथवा नहीं। रुद्राक्ष की माला मूल रूप से अपनी सुरक्षात्मक शक्तियों के लिए जानी जाती है, जो कि प्रकृति द्वारा प्रदत्त किसी आशीर्वाद से कम नहीं है।
अब मैं जिन रुद्राक्षों के बारे में आपको बताने जा रहा हूँ उनमे से कुछ तो आपको सरलता से मिल जायेंगे तथा कुछ रुद्राक्ष बहुत ही दुर्लभ होते हैं जो की बेहद कठिनाई से मिलते हैं। इसी बात का फायदा उठाकर कुछ ठग प्रवृत्ति के लोग नकली रुद्राक्ष को असली बताकर भोले-भाले लोगों से अच्छे खासे पैसे ठग लेते हैं तथा हम ये सोचते हैं की रुद्राक्ष पहनने का लाभ क्यों नहीं मिल रहा अतः मेरा आपको यही परामर्श है की आप किसी विश्वसनीय से ही रुद्राक्ष लें।
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विभिन्न प्रकार के रुद्राक्ष - 1. एक मुखी रुद्राक्ष तथा इसके लाभ - एक मुखी रुद्राक्ष सभी रुद्राक्षों का राजा माना गया है क्यूंकि ये साक्षात् महादेव का स्वरूप है, इसे परब्रह्म भी माना जाता है। ये एक मुखी रुद्राक्ष कुंडली में सूर्य का प्रतिनिधित्व करता है जिससे जातक को सौभाग्य प्राप्त होता है, जातक के व्यक्तित्व में निखार आता है तथा सूर्य से सम्बंधित रोगो में आराम मिलता है। 2. दो मुखी रुद्राक्ष तथा इसके लाभ - दो मुखी रुद्राक्ष अर्धनारीश्वर का स्वरुप होता है। इस रुद्राक्ष को धारण करने से जातक को मानसिक शान्ति प्राप्त होती है, व्यापार में सफलता मिलती है तथा पारिवारिक सुख में वृद्धि होती है। स्त्रियों के लिए दो मुखी रुद्राक्ष सबसे उपयुक्त रुद्राक्ष माना गया है।
3. तीन मुखी रुद्राक्ष तथा इसके लाभ - तीन मुखी रुद्राक्ष साक्षात् अग्रि स्वरुप होता है तथा ये रुद्राक्ष जातक को भूत, भविष्य तथा वर्तमान का ज्ञान देता है। इसे धारण करने वाले में रचनात्मक शक्तियों का प्रस्फुटन होता है। जातक को किसी भी प्रकार कि बीमारी नहीं रहती है। जिन जातको मे आत्मबल कि कमी हो उन्हें ये रुद्राक्ष अवश्य धारण करना चाहिए इससे उनका आत्म-विश्वास बढ़ेगा। 4. चार मुखी रुद्राक्ष तथा इसके लाभ - चार मुखी रुद्राक्ष स्वयं ब्रह्मा का स्वरुप होता है। चार मुखी रुद्राक्ष धारण करने से जातक को शिक्षा मे सफलता मिलती है। जो जातक मंद-बुद्धि हो, जिसकी वाक्-शक्ति कमजोर हो तथा स्मरण शक्ति भी कमज़ोर हो उसके लिए ये रुद्राक्ष रामबाण उपाय है।
5. पंच मुखी रुद्राक्ष तथा इसके लाभ - पांच मुखी रुद्राक्ष शिवजी का प्रतिनिधित्व करता है तथा ये धारण करने वाले जातक कि रचनात्मक शक्तियों को बढ़ाता है | पंच मुखी रुद्राक्ष मे कुछ ऐसी शक्ति होती है, कुछ ऐसा आकर्षण होता है कि इसे धारण करने वाला जातक सभी का प्रिय बन जाता है। जातक को जेहरीले जंतुओं का डर नहीं रहता। 6. छः मुखी रुद्राक्ष तथा इसके लाभ - छः मुखी रुद्राक्ष षडानन कार्तिकेय का स्वरुप होता है। इसे धारण करने से जातक को खोयी हुई शक्तियां पुनः प्राप्त होती हैं। छः मुखी रुद्राक्ष नौकरी तथा व्यापर मे आशातीत सफलता दिलाता है तथा जातक का आत्म-विश्वास जगाता है।
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7. सात मुखी रुद्राक्ष तथा इसके लाभ - सात मुखी रुद्राक्ष साक्षात् माँ लक्ष्मी का स्वरुप होता है तथा सप्त-ऋषियों का प्रतिनिधित्व करता है। इसे धारण करने वाले जातक को धन, ऐश्वर्य, यश तथा कीर्ति कि प्राप्ति होती है तथा उसे धन-संपत्ति की कभी कमी नहीं रहती। यह अत्यंत उपयोगी तथा लाभप्रद रुद्राक्ष है। 8. आठ मुखी रुद्राक्ष तथा इसके लाभ - आठ मुखी रुद्राक्ष साक्षात् विनायक का स्वरुप होता है तथा अष्ट-देवियों का प्रतिनिधित्व करता है। यह रुद्राक्ष धारण करने वाले के सभी विध्न हर लेता है तथा यह ज्ञान प्राप्ति, चित्त मे एकाग्रता मे उपयोगी होता है तथा यह मुक़दमे मे विजय दिलाने वाला होता है।
9. नौ मुखी रुद्राक्ष तथा इसके लाभ - नौ मुखी रुद्राक्ष नव दुर्गा अथवा नव शक्ति का प्रतिनिधित्व करता है तथा ये नव ग्रहों का प्रतीक भी होता है। ये धारण करने पर जातक को नयी-नयी शक्तियां प्राप्त होने लगती हैं, जातक में ऊर्जा का संचार होने लगता है। इस नौ मुखी रुद्राक्ष को भैरव रुद्राक्ष के नाम से भी जाना जाता है। 10. दस मुखी रुद्राक्ष तथा इसके लाभ - दस मुखी रुद्राक्ष को साक्षात् भगवान् विष्णु के दस अवतारों का स्वरुप माना गया है। ये दसो दिशाओं का दिक्पाल होता है। इसे धारण करने वाले जातक को सर्वत्र मान-सम्मान, धन-संपत्ति तथा स्वास्थ्य कि प्राप्ति होती है तथा उसकी सभी कामनाएं पूर्ण होती हैं।
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13. तेरह मुखी रुद्राक्ष तथा इसके लाभ - तेरह मुखी रुद्राक्ष साक्षात् विश्वेश्वर भगवान् का स्वरुप होता है तथा इस रुद्राक्ष में असीमित शक्तियां समाहित रहती हैं। यह रुद्राक्ष शुक्र ग्रह का भी प्रतिनिधित्व करता है जो कि धारण करने वाले को सभी सुख-सुविधाएं प्रदान करता है। यह रुद्राक्ष कामदेव का भी प्रतीक होता है। 14. चौदह मुखी रुद्राक्ष तथा इसके लाभ - चौदह मुखी रुद्राक्ष साक्षात् हनुमानजी का स्वरुप माना जाता है जिसके फलस्वरूप इसे धारण करने वाला जातक निडर, साहसी, तथा ताकतवर बनता है। इस रुद्राक्ष को धारण करने से भूत-प्रेत बाधा नहीं रहती तथा उसका निदान होता है।
15. गौरी शंकर रुद्राक्ष तथा इसके लाभ - गौरी शंकर रुद्राक्ष शिव तथा शक्ति का मिश्रित स्वरुप माना जाता है। इस रुद्राक्ष को धारण करने वाले जातक को शिव तथा शक्ति कि संयुक्त कृपा प्राप्त होती है। यह रुद्राक्ष आर्थिक दृष्टि से विशेष सफलता देता है तथा पति पत्नी के सम्बन्धो को मजबूती प्रदान करता है। 16. गणेश रुद्राक्ष तथा इसके लाभ - गणेश रुद्राक्ष कि पहचान होती है इसपर उभरी हुई सुंडाकृति से साथ ही यह अत्यंत दुर्लभ तथा बलशाली रुद्राक्ष होता है। इस रुद्राक्ष को धारण करने वाले जातक को रिद्धि-सिद्धि तथा बुद्धि कि प्राप्ति होती है साथ ही साथ ये रुद्राक्ष सभी विघ्नहर्ता है।
प्रिय पाठको, मेरे पोस्ट पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद, ये था मेरा ज्योतिष से सम्बंधित एक और विषय पर लेख, यदि आप ज्योतिष के किसी और विषय पर जानकारी पाना चाहते हैं तो कमेंट में लिखकर मुझे बताइये, मैं निश्चित तौर पर उस विषय पर लेख लिखूंगा | यदि आपको मेरे लेख पसंद आ रहे हैं तो कृपया like करके तथा ज्यादा से ज्यादा शेयर करके मेरा उत्साह वर्धन कीजियेगा जिससे कि भविष्य में मैं आपके साथ और अधिक ज्योतिष सम्बंधित जानकारी साझा कर सकूँ |
धन्यवाद अजय जी, इसके लिए आपको मुझे अपनी जन्म तिथि, जन्म समय तथा जन्म स्थान बताना होगा |
Acharyaji mera naam Ajay Rao hai main haryana ka rehne wala hoon,,,,,mujhe kaun sa rudrksh pehn na chahiye please bataiye..