चन्द्र ग्रहण मे ये करने से बन जाएँगे सौभाग्यशाली !!
कोरोना संकट के चलते जून माह में एक साथ 2 ग्रहण लगने जा रहे हैं। इस महीने में चंद्र तथा सूर्य दोनों ही ग्रहण लगने वाले हैं..
कोरोना संकट के चलते जून माह में एक साथ 2 ग्रहण लगने जा रहे हैं। इस महीने में चंद्र तथा सूर्य दोनों ही ग्रहण लगने वाले हैं..
ज्योतिष मे सुप्त ग्रह यानी सोया हुआ ग्रह उसे कहते हैं जो पूर्ण फल ना दे रहा हो | जब किसी भाव मे कोई ग्रह हो तथा उसके ठीक सामने वाले भाव..
जब कभी भी ऐसा संयोग बनता है कि जातक की कुंडली मे बचे हुए 7 ग्रह यदि राहु और केतु के बीच आ जाते हैं तो उसे कालसर्प दोष अथवा कालसाप योग कहा...
यदि आप ये जानने के लिए उत्सुक हैं कि पढाई लिखाई को कुंडली के कौनसे भाव अथवा घरों से देखा जाता है तो आप बिलकुल सही जगह पहुंचे..
आज मैं आपको बताने जा रहा हूँ सभी राशि वाले जातको के लिए साल 2020 कैसा रहने वाला है, किसको अच्छे फल मिलेंगे तथा किसे समस्याएं आ सकती हैं..
नास्त्रेदमस और विलियम लिली के नाम इतिहास में कुछ सर्वश्रेष्ठ ज्योतिषियों के रूप में प्रख्यात हैं जिन्होंने सितारों पर आधारित घटनाओं....
16. विशाखा (20° तुला - 3°20' वृश्चिक) - विशाखा नक्षत्र के स्वामी बृहस्पति ग्रह होते हैं तथा ये इन्द्र तथा अग्निदेव का प्रतिनिधित्व करता है..
अभी तक हमने पहले 6 नक्षत्रो के बारे में जाना, अब उसके आगे - 7. पुनर्वसु (20° मिथुन - 3°20' कर्क) - पुनर्वसु नक्षत्र के स्वामी बृहस्पति...
इस सृष्टि में कुल 27 नक्षत्र हैं जो की सभी प्राणियों को किसी न किसी तरह से प्रभावित करते हैं | हर नक्षत्र का कोई न कोई देवी/देवता होता..
मैं आज आपको बहुत ही सरल तरीके से ज्योतिष सिखाने जा रहा हूँ, इसे ठीक से समझने के बाद आप किसी भी कुंडली का विश्लेषण कर पाएंगे |
रत्न क्या होते हैं ? जिन्हें हम मूल्यवान पत्थर के रूप में जानते है वो रत्न बहुत ही सावधानी और बारीकी से तराश कर बनाये गए खनिज क्रिस्टल हो..
रुद्राक्ष क्या है ? रुद्राक्ष को पौराणिक समय से ही भगवान शिव द्वारा उत्पन्न रत्न मन गया है।रुद्राक्ष एक विशेष पेड़ का फल होता है जिसे महान..
वास्तु शास्त्र को यदि परिभाषित करना हो तो ये कहा जा सकता है की ये शिल्प अथवा सरंचना का विज्ञान है| वास्तु शास्त्र के विभिन्न पहलु हैं जैसे..
ज्योतिष विज्ञान में वर्णित बहुत से योगो में से राशि–परिवर्तन योग एक बहुत ही महत्वपूर्ण और जातक के भविष्य फल पर गहरा प्रभाव डालने वाला योग है
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आपकी कुंडली का 10वा भाव आपका करियर / प्रोफेशन बताता है | दशमेश अर्थात 10वे भाव के स्वामी
आइये आज हम समझते हैं कि कौनसे ग्रहो के कुपित होने से कौन से रोग होते हैं ?
नवरात्रि: अपनी राशि के अनुसार अर्पित करें माँ दुर्गा को यह फूल, जीवन के लिए होगा शुभ...